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Book overview
पुस्तक ‘मल्टी-टैलेंटेड हनुमान’ हनुमान जी की भक्ति, साधना और उनके बहुआयामी व्यक्तित्व को समर्पित है। जिसका उद्देश्य पाठकों को हनुमान जी की साधना से जोड़ना है ताकि उनके चरित्र से प्रेरणा लेकर जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सके। हमने सोचा कि हमारी सांसों का भरोसा तो है नहीं; कहीं ये दिव्य साधनाएं गुप्त न रह जाएं, इसी भावना से ये पुस्तक लिखी गयी है। इसमें हनुमान जी के शाबर मंत्र, सिद्ध प्रयोग और उनके भक्तों के अनुभव, कलियुग में हनुमान जी को किस-किसने पाया, किस प्रकार से उन्होंने पाया और आप कैसे कैसे पा सकते हैं, ये सब बताया है। हनुमान जी हर वर्ग के व्यक्ति के लिए प्रेरणास्रोत हैं- चाहे वो विद्यार्थी हों, व्यवसायी हों या साधक। यदि आपने इसमें डुबकी लगायी तो हनुमान जी के चरित्र से कुछ सीखकर ही बाहर निकलेंगे। उनका चरित्र न केवल प्रेरक है बल्कि भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने की दिशा में एक मार्गदर्शक भी है। हम आशा करते हैं कि यह पुस्तक आपके जीवन में हनुमान जी के गुणों को उतारने में सहायक सिद्ध होगी।
पं. श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री मध्यप्रदेश के छतरपुर ज़िले के ग्राम गढ़ा में जन्मे श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी का बचपन निर्धनता और तंगहाली में बीता। पं. श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी, जिन्हें आज पूरा विश्व ‘बागेश्वर धाम सरकार’ के नाम से जानता है, ने बारह-तेरह वर्ष की अल्पायु से ही श्री बागेश्वर हनुमान जी की कृपा, श्री संन्यासी बाबा के अनुग्रह, दादा गुरुजी के आशीर्वाद और अपने जप-तप के प्रताप से अनेक सिद्धियां पायी हैं। अल्पायु से ही वे श्रीराम, श्रीहनुमान, श्रीमद्भागवतम्, श्रीगणेश, श्रीदुर्गामाता व भक्तमाल आदि कथाएं सुनाकर लोगों में ईश्वर के प्रति प्रेम जगा रहे हैं। उनका कथा कहने का अंदाज़ ऐसा निराला है कि बच्चे, युवान्, बूढ़े, स्त्री-पुरुष सब लाखों की संख्या में खिंचे चले आते हैं व अलौकिक आनंद पाते हैं। उनके रोम-रोम में राष्ट्रसेवा, समाज कल्याण, जनमानस की दैहिक, मानसिक, भौतिक व दैविक संकटों के निवारण एवं अभावग्रस्त असहायों के उत्थान की भावना है। जिसके लिए वे निरन्तर दिन-रात प्रयासरत हैं।








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